विश्व क्रिकेट के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में शुमार विराट कोहली का फॉर्म पिछले कुछ सालों से बढ़िया नहीं रहा है कई तरीके से प्रयास करने के बावजूद भी विराट कोहली बल्ले से लगातार असफल रहे हैं ।विराट कोहली ने आखिरी बार 2018 में शतक लगाया था उसके बाद से उनका बल्ला बेहद शांत है ऐसे में उनके सभी फ़ैन्स और चाहने वाले यह इंतजार कर रहे हैं कि कब विराट कोहली अपना 71 वां शतक जड़ेंगे। आपको बता दें कि इस साल आईपीएल में भी विराट कोहली का बल्ला अभी तक खामोश ही रहा है लेकिन उसके बाद जो विराट कोहली ने किया है उससे हमें लग रहा है कि अब जल्दी ही विराट कोहली का बल्ला पुराने लय में आग बरसायेगा। विराट कोहली ने अपने खराब फॉर्म के देख कर क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन रमेश तेंदुलकर से मुलाकात की है।
सचिन को आइडियल मानते हैं विराट कोहली
विश्व क्रिकेट के दिग्गज बल्लेबाज विराट कोहली ने कई साक्षात्कार में सचिन रमेश तेंदुलकर को अपना आदर्श बताया है। उन्होंने बताया है कि वह सचिन की बल्लेबाजी शैली से प्रभावित हैं और अक्सर वह उनके जैसे शॉट्स खेलने का प्रयास करते रहते हैं ।आईपीएल के पिछले मुकाबले में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु और मुंबई इंडियंस के बीच मुकाबला था जिसके बाद विराट कोहली सचिन रमेश तेंदुलकर से मिलने मैदान में पहुंचे। यह दोनों दिग्गज सितारे जब एक दूसरे से बात कर रहे थे तब इस खबर ने खूब सुर्खियां बटोरी थी। वहीं इसी दौरान सचिन तेंदुलकर विराट कोहली को कुछ टिप्स भी देते नजर आए जिस से उम्मीद है कि विराट कोहली अपनी पुरानी लय में वापस जल्द से जल्द लौटेंगे।
खामोश रहा है पिछले 3 सालों से विराट का बल्ला
विराट कोहली उन बल्लेबाजों में शुमार किए जाते हैं कि अगर उन्होंने शतक नहीं जड़ा तो उन्हें आउट ऑफ फॉर्म करार कर दिया जाता है यह मापदंड उन्होंने अपने लिए खुद तैयार किए हैं। और यही वजह है कि लोग उन्हें आउट ऑफ फॉर्म कह रहे हैं ।हालांकि विराट कोहली अभी भी टेस्ट हो या एकदिवसीय हर क्रिकेट प्रारूप में टॉप पांच बल्लेबाजों में शुमार है लेकिन पिछले 3 सालों में उनके नाम पर एक भी शतक दर्ज नहीं है लेकिन जब से विराट कोहली ने सचिन तेंदुलकर से मुलाकात की है तब से यह उम्मीद है की विराट कोहली अपने पुराने रंग में लौटेंगे और गेंदबाजों की धुनाई करते हुए नजर आएंगे। पिछले मुकाबले में भी विराट कोहली ने बल्ले से बढ़िया प्रदर्शन करते हुए सिर्फ 36 गेंदों में 48 रन बनाए थे लेकिन अंपायर के गलत फैसले की वजह से उन्हें दिया गया था।