बीते तीन सालों में COVID19 ने बहुत महामारी फैलाया है और लोग इसके डर के साये में जी रहे है भारत हो या दुनिया का कोई भी कोना कोई भी देश इससे अछूता नही रहा हैं और यही वजह है कि कोरोना के आते ही पिछले दो सालों से भारत मे इसकी रोकथाम के लिए लॉक डाउन की व्यवस्था करनी पड़ती है जिसकी वजह से आम जनजीवन बहुत प्रभावित होता है।बता दोस्तो चीन से शुरू हुए इस महामारी से अबतक भारत में ही मौत का आंकड़ा लाखो के पार पहुँच चुकी हैऔर इस समय भी भारत कोरोना के तीसरे लहर के साये में जी रहा है
दिल्ली में खुलेंगे स्कूल, बच्चों पे प्रभावी नही कोरोना
भारत की राजधानी दिल्ली में फरवरी से स्कूलो को फिर से खोलने की तैयारी चल रही है इसकी जानकारी राज्य सरकार ने दी है उनका यह भी कहना है कि बच्चों में कोरोना प्रभावी नही होता और इस बार तो उन्हें बूस्टर डोज भी दिया जा चुका है।बता दे दोस्तो की बूस्टर वैक्सीन 18 साल से कम के बच्चों के लिए बनाया गया है जो कि देखा जाये तो एक वैक्सीन की तरह ही काम करेगा।
संक्रमण की दर में हो रही गिरावट
कोविद के तीसरे लहर में भारत में इस बार लॉक डाउन की प्रक्रिया नही हुई बल्कि कुछ प्रोटोकॉल को फ़ॉलो करके और नाईट कर्फ्यू लगा के लोगो को सचेत किया गया जिससे जनजीवन ज्यादा प्रभावित ना हो हालांकि इस बार भारत मे कोरोना के साथ इसके एक दूसरे वैरिएंट ओमीक्रोन ने भी दस्तक दे दी है हालांकि इसकी मौत की दर कोरोना के मुकाबले काफी कम है हालांकि आपको फिर भी एहतियात बरतने की बहुत जरूरत है।
क्या रही कोविद के तीसरे लहर की कहानी?
कोविद की तीसरी लहर ने इस बार दिसंबर से ही भारत मे दस्तक देनी शुरू हो कर दी थी पिछले दो लहरों ने मार्च में दस्तक दी थी लेकिन इस बार भारत इससे निपटने की तैयारी कर चुका था और महज नाईट कर्फ्यू और कुछ प्रोटोकॉल लगा के ही इसको मात देने की तैयारी में थे और इसका परिणाम हुआ है कि इस बार संक्रमण ने उतना नुकसान नही पहुचाया जितना इसके दो लहरों ने प्रभावित किया था।
बता दे दोस्तो की भले ही संक्रमण दर में गिरावट आई हो कि लेकिन आप सुरक्षित रहे और हमेशा मास्क का प्रयोग करे और अपना और अपने आस पड़ोस के लोगो का ख्याल रखे आपको हमारा ये आर्टिकल कैसा लगा दोस्तो हमे जरूर बताएं और अपने सुझाव हमे दे कि कैसे हम इस कोरोना की चपेट से बच सकते है।ख्याल रखे अपना मिलते है आपसे अगले आर्टिकल में।