बीते कुछ समय में कोरोना ने भारत के वैश्विक बाजार को और शिक्षा प्रणाली को बहुत जर्जर कर दिया है इस महामारी के कारण पिछले 3 सालों से अगर कोई सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है तो वह है शिक्षा प्रणाली पिछले 2 सालों से तो बिना परीक्षा दिए ही लाखों स्टूडेंट्स को पास कर दिया गया हालांकि स्टूडेंट्स ऑनलाइन क्लास से तो जुड़े लेकिन परीक्षा के समय कोरोना के आगमन के कारण उन्हें बिना परीक्षा दिए पास कर दिया गया। इस वर्ष 2022 में भी कोरोना के बढ़ते मामलों को देख कर शिक्षण संस्थान 5 फरवरी तक के लिए बंद कर दिया गया था लेकिन कोरोना संक्रमण की घटी हुई दरों को देखकर एक बार फिर से शिक्षा संस्थान को खोले जाने की तैयारी हो रही है।
किन शहरों में हो रही शिक्षा संस्थान खोलने की तैयारी
भारत की राजधानी दिल्ली उत्तर प्रदेश बिहार जैसे शहरों में शिक्षण संस्थान को खोलने की मांग की जा रही है क्योंकि बीते कुछ हफ्तों में यहां पर कोरोना संक्रमण की दरों में भारी गिरावट आई है और कुछ प्रोटोकॉल्स लगाकर शिक्षण संस्थान को अगले हफ्ते से खोले जाने की तैयारी है इस बारे में शिक्षकों का कहना है कि यह फैसला सही है क्योंकि आपको संक्रमण के डर से घर में नहीं बैठे रह सकते हैं।
5 फरवरी से खुल सकते है संस्थान
अब जब भारी मात्रा में शिक्षण संस्थान को खोलने के सपोर्ट में लोग उतर रहे हैं ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि राज्य सरकार 5 फरवरी को अपना फैसला इस मुद्दे पर बता सकती है जिसमें सभी शिक्षण संस्थान को खोले जाने की बात बताई जाएगी हालांकि सुरक्षा के मद्देनजर शुरुआत में 50% क्लासेस को स्टार्ट किया जाएगा कक्षा पहली से आठवीं तक के बारे में अभी कोई फैसला नहीं आएगा और प्राइमरी स्कूलों को अभी बंद ही रखा जाएगा।