बीते दिनों रेलवे की परीक्षा में धांधली को लेकर बिहार में छात्रों ने प्रदर्शन किया था और 28 जनवरी को बिहार बंद का आह्वान किया था जिससे बिहार के साथ उत्तर प्रदेश भी प्रभावित हुआ था हालांकि प्रशासन ने बलपूर्वक उनके प्रदर्शन को दबा दिया लेकिन अब उनके सामने एक नई चुनौती आ गयी है वो है किसान आंदोलन के रूप में ।किसानों के आंदोलन के मुखिया राकेश टिकैत ने 29 जनवरी को किसान आंदोलन के बारे में बात करते हुए कहा कि आने वाली 31 जनवरी को देशभर के किसान प्रदर्शन करेंगे।
क्यों किया जा रहा ये प्रदर्शन
इस प्रदर्शन के बारे मे जानकारी देते हुए आंदोलन प्रमुख राकेश टिकैत ने बताया कि सरकार अपना किया हुआ वायदा भूल गयी है टिकैत ने एम एस पी पर सरकार के कमेटी नही बनाने के कारण प्रदर्शन का फैसला किया है टिकैत ने यह भी बताया कि दिल्ली में वो लोग डिएम और एसडीएम आफिस के बाहर प्रदर्शन करेंगे और अपनी हड़ताल करेंगे।
आखिर क्यों किया जा रहा प्रदर्शन
भारत सरकार ने 2020 में किसानों के लिए 3 नए नियम पारित किए थे जिसके कारण किसानों में असुरक्षा कि भावना जागृत हो गयी और वो सरकार से इसको वापस लेने की मांग करने लगे और उनके इस मांग को पूरे देश भर के किसानों से समर्थन मिला हालांकि सरकार के तरफ से इस आंदोलन को लेकर कोई जानकारी नही आई है लेकिन विपक्ष इसके जबरदस्त समर्थन में है।
आपको बता दें दोस्तो की पिछले साल के आंदोलन के दौरान सरकार और किसानों में हिंसक झड़प हो गई थी जिसमे कई किसानों घायल हो गए थे तो हम आशा करते है की इस बार सबकुछ शांति पूर्ण तरीके से हो आप किसके समर्थन में है दोस्तो हमे जरूर बताएं अपनी राय मिलते है आपसे अगले अर्टिकल में