यह थे लता मंगेश्कर जी के आखिरी बोल, जाते जाते बोल गए थी यह बड़ी बात

लगभग 92 वर्ष की आयु के उपरांत लता मंगेश्कर जी का निधन हो गया ।उनका जीवन किसी भी अन्य बॉलीवुड गायकों से भिन्न रहा। जहा बॉलीवुड की गलियां शोर शराबे और आपने चकाचौंध के लिए जानी जाती है उसके उलट लता जी का जीवन बेहद सादगी भरा रहा। होने लगभग 70 सालों तक लगभग 7 दशक बॉलीवुड पर राज किया लेकिन उनका किसी के भी साथ विवाद नहीं हुआ यह दर्शाता है वह कितने सुलझे व्यक्तित्व की स्वामी थी। इसके अलावा उन्होंने कई नए चेहरों को भी मौका दिया इन सब के बावजूद उनमें तनिक भी अहंकार नाम की कोई चीज नहीं थी।

भगवान राम का करती थी स्मरण

मृत्यु के अंतिम समय मे उनके साथ रही उनके करीबी मित्र बहन कोकिलाबेन ने बताया कि उनके जैसा असाधारण व्यक्ति शायद ही इस सृष्टि पर जन्म लेगा। हॉस्पिटल में भर्ती होने के बाद भी उनमें गजब की सहनशीलता की क्षमता थी वह कभी ना हार मानने वालों में से एक थी उनकी इसी संघर्षता के कारण उनके हालत में तेजी से सुधार भी हो रहा था लेकिन भगवान को शायद कुछ और ही मंजूर था उन्होंने आगे बताया कि लता जी अस्पताल में रहते हुए भी भगवान राम का स्मरण करने से नहीं चूकती थी।

भगवान नही हो नाराज इसलिए खाली पैर गाना गाती थी

लता जी मे साक्षात सरस्वति माँ विराजमान थी इसकी बानगी हमे उनके गीतों से भी मिलती है।लगभग 30000 से भी अधिक गानो में अपनी आवाज दे चुकी लता जी जब भी किसी गाने की रिकॉर्डिंग करती थी तो वह नंगे पांव होती थी यह उनके गायकी के प्रति लगन और संस्कृति को दर्शाता है ।वह एक ऐसी गायिका है जो चाहे तो सब कुछ खरीद सकती है लेकिन अपने संस्कार उन्हें प्रिय थे।यह पूछे जाने पर की वह क्यों नंगे पांव गानो की रिकॉर्डिंग करती है तो उनका कहना था कि यह उनकी आदतों में शुमार है और वह कोई भी गाना गाती है तो वह भगवान को समर्पित होता है इसलिए वह नंगे पांव ही गाना पसन्द करती है।

डॉक्टरों ने बताया संघर्ष की मिसाल है लता मंगेश्कर जी

उनका आखिरी समय मे इलाज करने वाले डॉक्टर ने बताया कि लता मंगेश्कर जी का स्वभाव बहुत ही सौम्य था लेकिन उनके अंदर संघर्ष करने की गजब की क्षमता थी।उनके शरीर के अंगों ने काम करना बंद कर दिया था लेकिन वह फिर भी हार मानने को तैयार नही थी।उन्होंने आगे बताया कि हमे उम्मीद थी कि लता जी स्वस्थ हो जाएगी क्योंकि उन्हें देखकर और उनसे बात करते हुए देख कर पता ही नही लगता था कि वह बीमार है।लता जी का मिलनसार स्वभाव ही कुछ ऐसा था कि जो उनसे मिलता था वह उनके गुण गाने लगता था।

Gyan Sankhya Google News Publication

About Shubham Tiwari

Shubham Tiwari is the Founder and editor of Gyan Sankhya. Having more than 5+ years of experience in Bollywood News writing covering all the biggest happenings of The B-Town.