हिंदू संस्कृति में पूजा और पाठ का बहुत महत्व है और कहा जाता है कि अगर आप पूरी तरह से समर्पित होकर अपने पूजा को सम्पन्न करतर है तो आपकी हर मनोकामना पूर्ण होती है। हिन्दू धर्म मे भगवान की पूजा के अलावे कुछ ऐसे वृक्ष है एवंम ऐसे पौधे भी है जिनकी तुलना अन्य पेड़ पौधों से की जाती है और अगर उनकी पूजा की जाए तो वह भी बेहद लाभदायक होती है और भगवान को भी अतिप्रिय होती है आइये आज आपको हम बताते है इन पेड़ पौधों के बारे में।
पीपल का पेड़
हिन्दू धर्म के अनुसार भी और वैज्ञानिक आधार पर भी पीपल का पेड़ सबसे उपयोगी होता है। कहा जाता है कि पीपल के पेड़ में 33 कोटियों के भगवान का वास होता है एयर इसलिए प्रातः काल इसकी पूजा करने से व्यक्ति रोग मुक्त और शोकमुक्त होता है।
बेल पत्र
अक्सर आपने देखा होगा कि जब भी शिव जी की पूजा होती है तो उस पर बेल पत्र चढ़ाया जाता है क्योंकि यह बेहद प्रिय है शिव जी को लेकिन वैज्ञानिक आधार ओर बेल से ज्यादा शीतल कोई फल नही होता। हिन्दू धर्म मे बेलपत्र के बिना कोई भी पूजा अधूरी ही रहती है।
अशोक
अशोक के पेड़ जहा दिखने में बेहद खूबसूरत होते है वही इनका पूजा पाठ में भी बहुत महत्व है। घर के किसी भी मांगलिक कार्य मे अशोक के पेड़ के पत्ते लगाने से घर मे क्लेश दूर होता है और यह बुरी नजरो से भी बचाता है।
तुलसी
इस पौधे की महानता तो हम बचपन से ही देखते आ रहे है चाहे बात पूजा और पाठ की हो या औषधि की सबसे पहले नाम तुलसी का ही आता है।इसमें मौजूद दैवीय गुणों के वजह से ही यह सभी देवताओं को अत्यंत प्रिय है और साथ ही यह औषधीय भी है जिससे बड़ा से बड़ा रोग भी चुटकियों में ठीक हो जाता है।
नीम
नीम के पत्ते का स्वाद हम सबने देखा है कि यह बेहद कड़वा होता है। लेकिन हिन्दू धर्म में इसको बेहद चमत्कारी वृक्ष माना गया है। तुलसी के पौधे की तरह ही इसमें भी कई औषधीय गुण मौजूद है जिस वजह से इस पेड़ को भी हिन्दू धर्म में बहुत महत्व दिया जाता है उंसके अलावे माता की पूजा में इसका इस्तेमाल किया जाता है कहा जाता है कि माँ काली को यह बेहद प्रिय होता है।
केला
केले का पेड़ बेहद पवित्र माना जाता है और किसी भी पूजा पाठ में केले का पत्ता लगा लेने से उसका महत्व बढ़ जाता है। भगवान विष्णु और माँ लक्ष्मी को केले का भोग अत्यंत प्रिय है और साथ ही नियमित रूप से केले का सेवन करने से शरीर हुष्ट पुष्ट हो जाता है।