महज दस दिनों के अंदर में ही भारत मे अपने दो महान गायकों को खो दिया है। भारतवर्ष अभी लता जी के निधन के सदमे से उबर भी नही पाया था कि मशहूर गायक और डिस्को किंग के नाम से मशहूर बप्पी जी हमारे बीच नही रहे। बीते रात मंगलवार को उन्हें स्वास्थ्य सम्बंधित शिकायत हुई जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। बप्पी दा जी का स्वास्थ्य काफी समय से खराब चल रहा था जिसके वजह से वह पिछले 1 महीने से अस्पताल में भर्ती थे लेकिन सोमवार को उनके स्वास्थ्य में सुधार के बाद अस्पताल से छुट्टी मिल गयी थी। सोमवार को ही अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद बप्पी दा का अचानक ही मंगलवार को फिर से हालत खराब होने लगी जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती करना पड़ा जिसके बाद उनका निधन हो गया।
संगीत जगत में था अतुलनीय योगदान बप्पी दा का, पिछले साल हो गया था कोरोना
27 नवंबर 1952 को कोलकाता के जलपाईगुड़ी में जन्मे बप्पी दा को बॉलीवुड में डिस्को किंग के नाम से जाना जाता था ।उन्होंने बॉलीवुड में 1000 से भी अधिक गानो में आवाज दी थी। उनके गानो में एक अलग ही धुन थी जिसको कोई भी सुनता था तो थिरकने पर मजबूर हो जाता था। मंगलवार को उन्हें मुंबई के कृति केअर अस्पताल में भर्ती किया गया था। डॉक्टरों ने बताया कि पिछले साल उन्हें कोरोना हो गया था जिस वजह से भी उन्हें कई स्वास्थ्य सम्बंधित शिकायत थी उन्हें मुख्य रूप से OSA (ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एप्रिय) नामक बीमारी थी जिस वजह से उनकी मौत हो गयी। इस बीमारी के अलावे उन्हें और भी कई शिकायत थी।
2018 में गाया था अपना आखिरी गाना, क्या आप जानते है बप्पी दा का असली नाम?
अपने करियर में 1000 से भी अधिक गानो में अपनी आवाज दे चुके बप्पी दा ने हाल के दिनों में कोई भी गाना रिकॉर्ड नही किया था। उन्हें काफी लंबे समय से स्वास्थ्य सम्बंधित शिकायत थी उनका आखिरी गाना 2020 में टाइगर श्रॉफ के अभिनय में बनी फिल्म बागी 3 में रिलीज हुआ था जिसके बोल थे -आयी भनकास। बप्पी दा के बारे में एक और रोचक बात है और वह यह है कि उनका असली नाम बप्पी नही बल्कि कुछ और है। फिल्मो में आने के लिए उन्होंने अपने नाम को छोटा किया था। उनका असली नाम आलोकेश लाहिड़ी था और फिल्मो में आने के बाद उन्होंने अपने नाम को बदल कर बप्पी कर लिया था।
पिता की परवरिश का ही हुआ था असर, संगीत के क्षेत्र में कमाया नाम
बप्पी दा का जन्म एक शास्त्रीय संगीत परिवार में हुआ था यही वजह है कि उनकी धुनों में शास्त्रीय संगीत की क्षवि साफ साफ देखी जाती थी। उनके पिता अपरेश लाहिड़ी एक मशहूर बंगाली गायक थे वही उनकी माँ भी एक गायिका थी। उनकी परवरिश कोलकाता में ही हुई और अपनी संगीत की सीख उन्होंने अपने माँ पिता जी से ही ली थी। बॉलीवुड मे उनके संगीत के योगदान को लंबे समय तक याद रखा जाएगा क्योंकि बप्पी दा ही वह इंसान थे जिन्होंने बॉलीवुड में डिस्को सांग्स की डिमांड बढ़ दी थी और इसी वजह से वह विख्यात भी थे।