अपने जीवन काल में 25000 से भी ज्यादा गीत गा चुकी लता मंगेशकर जी को सिने जगत में शायद ही कोई ऐसा अवार्ड हो जो उन्हें न मिला हो अपने करियर में उन्होंने बहुत तरक्की देखी। उनके खाते में करीब 5000 से भी अधिक अवार्ड प्राप्त किये।उनके निधन के दो दिन पहले ही उन्हें लिट् की मानव उपाधि दी गयी थी ।यह उनकी जिंदगी का आखिरी सम्मान था हालांकि हॉस्पिटल में रहने के वजह से वह इस सम्मान को स्वयम जाकर नही ले पाई लेकिन इनके नाम पर वह उपाधि दर्ज हो गयी । लता मंगेश्कर जी को अपने पहले अवार्ड के रूप में 25 रुपये मिले थे लता जी ने कई इंटरव्यू में उस रुपये को अपने जीवन की पहली कमाई बताया।
अपने जीवन मे 6 बार जीत चुकी है फ़िल्म फेयर का अवार्ड
सिनेमा जगत का सबसे बड़ा अवार्ड होता है फ़िल्म फेयर का अवार्ड और लता मंगेश्कर जी ने एक या दो बार नही बल्कि पूरे 6 बार इस खिताब को अपने नाम किया। सबसे पहले उन्होंने 1958 में इसमें जीत दर्ज की और उसके बाद इन्होंने इतने खुबसूरत गाने गाए की यह लगातार छाई रही ।
राष्ट्रीय पुरस्कार से 3 बार नवाजा गया
लता जी उन चुनिन्दा कलाकारों में से है जिन्हें सिर्फ सिनेमाजगत ही नही बल्कि राष्ट्रीय लोग भी सम्मान करते है इस वजह से ही उन्हें पूरे 3 बार राष्ट्रीय सम्मान से घोषित किया गया उनकी आवाज में ऐसा जादू था कि कोई भी उनपर मोहित हो जाता था।
1974 में गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज करवाया अपना नाम
1974 तक लता मंगेश्कर जी एकलौती ऐसी गायिका बन चुकी थी जिनके नाम 25000 से भी अधिक गाने का रिकॉर्ड उनके नाम हो चुका था वह ऐसा करने वाली सिर्फ भारत की ही पहली नही बल्कि विश्व की पहली गायक बनी थी।
सर्वोच्च पुरस्कार से भी हो चुकी है पुरस्कृत
सिनेजगत की अगर कोई एकमात्र गायिका है जिन्हें भारत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान मिला है तो वो थी हमारी लता मंगेश्कर जी। इन्हें 2001 में भारत के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार यानी की भारत रत्न से नवाजा जा चुका है।
1989 में दादासाहब फाल्के पुरस्कार से हुई सम्मानित
लता जी को 1989 में अभिनय का सर्वोच्च संम्मान दादा साहब फाल्के पुरस्कार से भी नवाजा जा चुका है।
1997 राजीव गांधी सम्मान
सन 1997 में भारत के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव के नाम पर भी लता जी को सम्मानित किया जा चुका है।यह सम्मान भारत के प्रधानमंत्री श्री मोरारजी देसाई ने तो अपने हाथों से सौंपा था।
अपने जीवन मे लता जी हमेशा सादगीपूर्ण जीवन ही व्यतीत किये और कभी भी उनमे अहंकार की भावना नही रही यही वजह रही कि उन्होंने मरते दम तक भी बॉलीवुड पर राज किया और मरने के बाद भी लोग उनकी स्मृतियों को याद कर रहे है।