भारत मे महाशिवरात्रि का पर्व बहुत धूमधाम से मनाया जाता है ।हमारे सनातन धर्म मे यह मान्यता है कि अगर महाशिवरात्रि के दिन भगवान शिव को हम सभी पारंपरिक तरीको से जल अर्पित करते है तो वह प्रसन्न होते है और हमे मनचाहा वरदान देते है इसलिये भारत मे महाशिवरात्रि का महत्व बहुत अधिक है।देवो के देव महादेव यानी कि शिव शंकर जी की रात्रि अगर फाल्गुन के महीने में पड़ती है तो यह एक अद्भुत संयोग होता है और इस दिन महादेव की विशेष अर्चना करनी पड़ती है ।कई सालों के बाद इस वर्ष 2022 में यह पावन पर्व फाल्गुन मास में होने जा रहा है।इस बार की शिवरात्रि 1 मार्च 2022 को है जो बहुत शुभ है अगर इस दिन शिव जी की विशेष अर्चना करते है तो शिव जी की असीम कृपा ताउम्र आप पर बनी रहेगी ।आज हम आपको बताने जा रहे है शिवरात्रि में जल चढ़ाने की विधि जिससे भगवान शिव बेहद प्रसन्न होते है।
शुद्ध जल अर्पित करे
महादेव देवो के देव है और वह स्वयम ही सृष्टि के दाता है मान्यता है कि जब शिव जी ने विष पिया था तो उनकी देह अग्नि की भांति जलने लगी थी तब समस्त भगवानों ने मिलकर उनके उपर जल अर्पित किया तब जाकर उनकी अग्नि शांत हुई थी इसलिए शिव जी को शुद्ध जल अर्पित करे।
बेल के पत्ते शिव जी पर अर्पित करे
बेल के पत्ते भी शिव जी को बेहद पसंद आते है ।बेल के पेड़ से बिना कटा फटा हुआ तीन पतो वाला बेलपत्र तोड़े और 11 या 21 पत्ते शिव जी पर अर्पित करे।मान्यता है कि बेलपत्र के तीन पत्र शिव जी के नेत्र का प्रतीक है।
शिव जी को यह अवश्य अर्पित करे
हमने कई श्लोकों में सुना है कि भांग और धतूरा शिव जी को बहुत प्रिय होता है और इसका कारण यह है कि शिव जी हमेशा ध्यानमग्न रहते है और भांग मन को एकत्रित करने में सहायक होता है इसलिए शिव जी को भांग अत्यंत प्रिय है तो शिव जी को यह अवश्य अर्पित करे।
सफेद अक्षत शिव जी को भी प्रिय है
भारतीय संस्कृति के पूजा पाठ में चावल को ही अक्षत कहा जाता है ।मान्यता है कि अक्षत के बिना कोई भी पूजा सम्पन्न नही मानी जाती और सफेद अक्षत शिव जी को भी प्रिय है इसलिए शिव जी की आराधना में अक्षत का प्रयोग जरूर करे।
चंदन शिव जी को अत्यंत प्रिय है
चंदन की पेड़ की लकड़ी अत्यंत शीतल मानी जाती है।हिन्दू धर्म मे बिना चंदन की लकड़ी के मुखाग्नि नही दी जाती इससे इसके महत्व का पता चलता है।अगर आप हवन कर रहे तो चंदन की लकड़ी को अवश्य उपयोग में लाये यह शिव जी को अत्यंत प्रिय है।
महादेव उन भगवानों में से एक है जो अपने भक्तों की कठिन परीक्षा नही लेते और थोड़े से पूजा पाठ ही अगर अच्छे से सम्पन्न किया जाए तो अपने भक्त पर कृपा लर देते है और उपर दी गयी सामग्रियां महादेव को बहुत पसंद है तो आने वाली इस महाशिवरात्रि को भगवान शिव को ये अर्पित करे और अपनी जिंदगी को शिव जी के आशीर्वाद से संपन्न तरीके से जिये।