कभी एक वक़्त की रोटी के लिए तरसते थे यह खिलाडी, आज करते हैं क्रिकेट की दुनिया पर राज

विश्व क्रिकेट पर इन दिनों भारतीय क्रिकेट टीम के सितारों का कब्जा है। यह सितारे अपनी मेहनत और लगन के दम पर विश्व क्रिकेट में अपना एक अलग मुकाम बना चुके हैं लेकिन इसके पीछे लगी है। उनकी सालों की मेहनत जो आज इनके सफल होने का राज हैं। आइए आपको मिलवाते हैं भारतीय क्रिकेट टीम के उन क्रिकेटरों से जिनके घर में दो वक्त के खाने की रोटी नहीं थी लेकिन अपनी मेहनत के दम पर उन्होंने आज विश्व क्रिकेट में अपना एक अलग मुकाम बनाया है।

महेंद्र सिंह धोनी

झारखंड के छोटे से शहर से निकल कर आए महेंद्र सिंह धोनी को विश्व क्रिकेट में भला कौन नहीं जानता। भारतीय टीम के पूर्व कप्तान रह चुके धोनी ने भारत को कई विश्व खिताब दिलाये। लेकिन धोनी ने यहां आने के लिए अथक परिश्रम किया है एक वक्त था जब धोनी अपने घर से स्टेडियम जाने के लिए 8 किलोमीटर पैदल चला करते थे। धोनी की बायोपिक में हमें यह देखने को मिल चुका है कि धोनी मिडिल फैमिली से बिलॉन्ग करते थे और अपनी मेहनत के दम पर आज वह यहां पहुंचे हैं।

शार्दुल ठाकुर

भारतीय क्रिकेट टीम के नए उभरते सितारे शार्दुल ठाकुर की कहानी किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं है। शार्दूल ठाकुर नागपुर जैसे छोटे शहर से निकल कर आए हैं और आपको बता दें कि स्टेडियम में अभ्यास करने के लिए शार्दुल ठाकुर के पास जूते नहीं होते थे तब उन्होंने दूसरे खिलाड़ियों से जूते मांग कर अपने इस कमी को पूरा किया। इसके अलावे उनके पास आने जाने का किराया नहीं होता था तब वह बिना टिकट ट्रेन में सफर किया करते थे।

रविंद्र जडेजा

सर जडेजा के नाम से मशहूर रविंद्र जडेजा भारत के बेहतरीन हरफनमौला खिलाड़ियों में से एक हैं। एक वक्त ऐसा था जब रविंद्र जडेजा के घर में खाने को लाले थे। लेकिन अपने मेहनत के दम पर रविंद्र जडेजा ने आज विश्व क्रिकेट में अपनी एक अलग पहचान बनाई है। इस साल आईपीएल 2022 में वह चेन्नई सुपर किंग्स की भी कप्तानी करते हुए नजर आ रहे हैं। जडेजा एक बेहद साधारण परिवार से आते हैं लेकिन उनके सपने बड़े थे और अपने मेहनत के दम पर उन्होंने अपने इस सपने को पूरा किया।

उमेश यादव

भारतीय टीम के तेज गेंदबाज उमेश यादव ने क्रिकेट खेलने के लिए काफी लंबा संघर्ष किया है। उमेश एक ऐसे परिवार से ताल्लुक रखते थे जो दिहाड़ी मजदूरी किया करते थे। लेकिन उमेश के सपने बड़े थे और उन्होंने अपने सपनों को पंख दिए और आज वह भारतीय टीम के तेज गेंदबाजी का मुख्य हिस्सा है।

ऋषभ पंत

महेंद्र सिंह धोनी के टीम छोड़ने के बाद विकेटकीपिंग का जिम्मा संभाल रहे ऋषभ पंत ने बहुत ही मेहनत के दम पर आज यह मुकाम हासिल किया है। ऋषभ पंत के पास होटल या किराए में रहने के लिए घर नहीं था, इसी वजह से वह कई रातें गुरुद्वारों में सोकर गुजारते थे और वही का लंगर खाते थे। इतनी मेहनत के बाद ऋषभ पंत आखिरकार सफलता पाने में कामयाब हो ही गए।

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About Shubham Tiwari

Shubham Tiwari is the Founder and editor of Gyan Sankhya. Having more than 5+ years of experience in Bollywood News writing covering all the biggest happenings of The B-Town.