बॉलीवुड के महान अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती एक बहुत ही बेहतरीन अभिनेता है उनकी अदाकारी का हर कोई कायल रहा है।अब तक बॉलीवुड में उन्होंने 1000 से भी अधिक फिल्मों में काम कर लिया है। इंडस्ट्री में उन्हें बहुत ही मान सम्मान दिया जाता है इसके पीछे की वजह है उनका व्यवहार। मिथुन दा अपने से छोटे हो या बड़े वह सबसे व्यावहारिक रूप से पेश आते हैं।मिथुन चक्रवर्ती मूल रूप से बंगाली हैं और यह उनके भाषा में झलकता भी है हालांकि वह कई सालों से फिल्मों में नजर नहीं आए हैं लेकिन छोटे पर्दे के शो में जज की भूमिका में नजर आते रहे हैं हाल ही में अपने बारे में उन्होंने एक ऐसा अजीबोगरीब खुलासा किया जिसके सुनने के बाद लोग अपनी भावनाओं पर काबू नहीं कर सके। मिथुन ने बताया कि उनकी 4 औलादे हैं लेकिन यह चारों ही मिथुन दा को पापा कह कर नहीं बुलाते और यह बात मिथुन दा को बहुत खलती है आइए आपको बताते हैं इसके पीछे की पूरी कहानी।
1979 में श्रीदेवी को छोड़ योगिता से कर ली थी शादी
मिथुन चक्रवर्ती बॉलीवुड के एक सफल कलाकारों में से एक माने जाते हैं। 1979 में उन्होंने योगिता बाली से शादी कर ली थी जो एक साधारण गृहणी है और जिन्हें लाइमलाइट से दूर रहना पसंद है। एक समय में मिथुन दा का चक्कर सदाबहार अभिनेत्री श्रीदेवी के साथ चल रहा था जिसको लेकर बोनी कपूर ने श्रीदेवी को राखी तक बनवा दिया था क्योंकि उस समय वह श्रीदेवी के सबसे करीबी माने जाते थे लेकिन बिना कोई एतराज किए मिथुन चक्रवर्ती ने राखी बंधवा लिया शायद यही वजह है कि मिथुन दा को आज भी बॉलीवुड में खूब मान सम्मान मिलता है। मिथुन चक्रवर्ती की 2022 में हम सबको एक बार फिर एक्शन में नजर आने वाले हैं जिसका टाइटल है बैड बॉय। फ़ैन्स को मिथुन दा के फिल्मों का लंबे समय से इंतजार है आइये आपको बताते है मिथुन दा के बच्चे उन्हें पापा कह कर क्यों नही पुकारते।
चारो औलादे इस वजह से नही बोलते पापा
मिथुन दा ने बताया कि जब उनके पहले बेटे का जन्म हुआ था तब वह बहुत खुश थे लेकिन उसे जन्म के साथ ही ना बोल पाने की समस्या सता रही थी जिसके इलाज के लिए मिथुन दा बड़े से बड़े अस्पतालों में गये लेकिन उसके बाद भी कोई फायदा नहीं हुआ। धीरे-धीरे 4 साल की उम्र में उनके पहले बेटे ने अपना सबसे पहला शब्द बोला और वह शब्द था मिथुन। मिथुन दा ने जब यह डॉक्टर को बताया डॉक्टर ने बोला कि इन्हें यही बोलने दिया जाए इसके अलावा और कुछ भी ना सिखाया जाए तो उसके बाद से मिथुन दा का पहला बेटा उन्हें मिथुन के नाम से पुकारने लगा इसके बाद मिथुन दा की तीन और संतान हुई लेकिन तीनों ने अपने भाई के अनुरूप उन्होंने भी मिथुन दा को मिथुन के नाम से पुकारना शुरू कर दिया इस वजह से आज भी मिथुन दा की औलादे उन्हें मिथुन के नाम से पुकारते हैं।