बॉलीवुड में कई ऐसी अभिनेत्रियां आई है जो आउटसाइडर होने के बाद भी लोगों के दिलों में एक खास पहचान बनाने में कामयाब हुई है। कुछ उन्हीं हीरोइन में रेखा का नाम भी शामिल होता है। रेखा एक ऐसी हसीना रही है जो सिर्फ अपनी एक्टिंग और खूबसूरती की वजह से ही नहीं बल्कि निजी जिंदगी की वजह से भी काफी ज्यादा चर्चाओं में रही है। बॉलीवुड की यह खूबसूरत हसीना अक्सर अमिताभ बच्चन के साथ संबंधों की वजह से सुर्खियों में रहती है। हाल ही में रेखा फिल्म फेस्टिवल में शामिल हुई थी और यहीं पर उन्होंने अपने पुराने दिनों का जिक्र किया है कि कैसे करियर की शुरुआत में उन्हें लोगों की बातों का खूब सामना करना पड़ता था।
रेखा को करना पड़ा था आलोचनाओं का सामना
रेखा ने साल 1970 में फिल्म सावन भादो से बॉलीवुड की फिल्मों में कदम रखा था। हालांकि इसके पहले वह 1958 में तेलुगु फिल्म में नजर आ चुकी थी और बॉलीवुड के पहले वह साउथ की फिल्मों में एक जाना पहचाना नाम थी। बॉलीवुड में लेकिन जब उन्होंने कदम जमाया तब उन्हें काफी सारी बातों का सामना करना पड़ा। रेखा का कहना था कि जब वह फिल्म इंडस्ट्री में आई तब यहां के कुछ बड़े लोगों ने उन्हें काला कहकर बुलाना शुरू कर दिया। दरअसल उसे समय रेखा का स्किन टोन काफी डार्क था यही नहीं कुछ लोगों ने तो रेखा को मोटी कह कर भी बुलाना शुरू कर दिया क्योंकि उस समय रेखा की फिटनेस सही नहीं थी। हद तो तब हो गई जब रेखा ने फिल्म इंडस्ट्री को छोड़ने का फैसला कर लिया और तब लोग उन्हे तरह-तरह के नाम देने लगे थे।
रेखा ने नहीं मानी हार
रेखा के मुताबिक वह जहां कहीं भी जाती थी लोग उन्हें तरह-तरह के अलग नाम देकर परेशान करते थे लेकिन रेखा ने ठान लिया था कि वह फिल्म इंडस्ट्री में काम करके ही मानेगी। एक तरफ तो कुछ लोग रेखा का जमकर मजाक बना रहे थे वही रेखा अपने काम से सबकी बोलती बंद करती जा रही थी और यही बात लोगों को हजम नहीं हो रही थी। देखते ही देखते देख फिल्म इंडस्ट्री में उन्होंने कमाल दिखाना शुरू कर दिया और उनकी गिनती बॉलीवुड की सर्वश्रेष्ठ हीरोइन में होने लगी। इसी का नतीजा यह हुआ कि उनके आलोचक भी उनके प्रशंसक हो गए। रेखा ने कहा कि अगर वह उस समय हार मान लेती तो शायद आज वह किसी ढाबे में नौकरी कर रही होती लेकिन उन्होंने हिम्मत दिखाई और परिणाम सबके सामने है।